आर्मी हॉस्पिटल (R&R) का इतिहास
- दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल ने 18 महीनों में 50 कॉक्लियर प्रतिरोपण के ऑपरेशन किए।
- आर्मी हॉस्पिटल देश का एकमात्र सरकारी अस्पताल बन गया है जो इस प्रकार के ऑपरेशन करता है।
कॉक्लियर इम्प्लांट के महत्व
- कॉक्लियर इम्प्लांट से सुनने में मदद मिलती है और मरीजों को मुख्यधारा में आने में सक्षम बनाता है।
- इसकी कीमत के कारण इसकी पहुंच सीमित रहती है, लेकिन सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा ने इसे महत्वपूर्ण माना।
नीति में परिवर्तन
- मार्च 2022 में, सशस्त्र बलों ने कॉक्लियर इम्प्लांट की नीति को संशोधित किया और दोनों कानों में प्रतिरोपण को शामिल किया।
- यह देश की पहली नीति है जो चिकित्सा मानकों को विकसित देशों के बराबर लाने का प्रयास कर रही है।
प्रमुख व्यक्तियों की बधाई
- डीजी सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह और डीजीएमएस (सेना) लेफ्टिनेंट जनरल अरिंदम चटर्जी ने आर्मी हॉस्पिटल (R&R) को बधाई दी।
- आर्मी हॉस्पिटल वर्तमान में लेफ्टिनेंट जनरल अजित नीलकांतन के पास है, जो ईएनटी(ENT) और हेड एंड नेक ऑन्कोसर्जरी के विशेषज्ञ हैं।
(Sources : AIR News, PIB News, DD News)
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