राष्ट्रीय वन शहीद दिवस (National Forest Martyrs Day) पर देश भर में पेड़ों, वनों और पर्यावरण की सुरक्षा के बारे में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ शैक्षिक संस्थाओं और समाजों में जागरूकता फैलाने के लिए किया जाता है।
National Forest Martyrs Day: राष्ट्रीय वन शहीद दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
- 11 सितंबर 1730 को जोधपुर में खेजड़ली नरसंहार हुआ था जिसमें 350 से ज्यादा लोगों की मौत के घाट उतार दिए थे. इसी के याद में हर साल 11 सितंबर को देश में राष्ट्रीय वन शहीद दिवस मनाया जाता है।
- 11 सितंबर को भारत में हर साल वन शहीद दिवस या राष्ट्रीय वन शहीद दिवस मनाया जाता है।
- इस दिन हम उन लाखों लोगों को याद करते हैं जो भारत के जंगलों, वनों और वन्यजीवों की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी।
- इस राष्ट्रीय वन शहीद दिवस (National Forest Martyrs Day) पर देश भर में पेड़ों, वनों और पर्यावरण की सुरक्षा के बारे में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ शैक्षिक संस्थाओं और समाजों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
- देशभर में तैनात पेड़ों, वनों और पर्यावरण की सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है।
National Forest Martyrs Day: राष्ट्रीय वन शहीद दिवस का इतिहास

- तारीख 1730 में राजस्थान के मारवाड़ साम्राज्य के महाराजा अभय सिंह राठौड़ ने एक नए महल के लिए लकड़ी प्राप्त करने के लिए खेजड़ली के बिश्नोई गांव में पेड़ो को काटने का आदेश दिया।
- अमृता देवी के नेतृत्व में बिश्नोई समुदायों ने इसका कड़ा विरोध किया और उन्होंने जंगल के पेड़ पौधों को बचाने के लिए अपने अपनी जान दी।
- इसी घटना को खेजड़ली नरसंहार के रूप में नामित किया गया। जिसमें 350 से ज्यादा लोगों की मौत के घाट उतार दिए थे।
- इसी तारीख के याद में पर्यावरण , वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 2013 में राष्ट्रीय वन सहीद दिवस मनाने के लिए 11 सितम्बर को चुना।
National Forest Martyrs Day: राष्ट्रीय वन शहीद दिवस का महत्व
- खेजड़ली नरसंहार को एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में याद किया जाता है।
- किसानों ने पेड़ों को काटने से बचाने के लिए उन्हंम गले लगाने के लिए चिपको आंदोलन जैसे कई कार्यकर्ताओं और अभियानों को प्रेरित किया है।
- राष्ट्रीय वन दिवस पेड़ों की भूमिका को स्मरण करता है।
- हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए पेड़ों और वनों की रक्षा करनी चाहिए।
National Forest Martyrs Day: राष्ट्रीय वन शहीद दिवस का उदेश
- राष्ट्रीय वन शहीद दिवस (National Forest Martyrs Day) का उदेश देश भर में पेड़ों, वनों और पर्यावरण की सुरक्षा के बारे में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ शैक्षिक संस्थाओं और समाजों में जागरूकता फैलाना।
- पेड़ों, वनों और पर्यावरण की भूमिका को स्मरण करना।
- हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए पेड़ों, वनों और पर्यावरण की रक्षा करना।
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