Today current affairs in Hindi 20 January 2024
“TheNewSites” Team के द्वारा प्रकाशित Daily current affairs in Hindi, Today current affairs Hindi 2024, Current affairs for upsc, State PSC, SSC, Banking, Railways in Hindi सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयुक्त है। इसके अलावे दिन भर के महत्वपूर्ण करंट अफेयर्स हमारे साइट पर जाके पढ़ सकते है।
NHPC को ‘प्रशस्ति प्रमाणपत्र’ से सम्मानित किया गया
- NHPC को आरटीआई अधिनियम के प्रभावकारी कार्यान्वयन के लिए स्कोप के ‘प्रशस्ति प्रमाणपत्र’ से सम्मानित किया गया है।
- भारत की प्रमुख जल विद्युत कंपनी NHPC लिमिटेड को भी इस श्रेणी में प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है।
- प्रमाणपत्र को 18 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्कोप पुरस्कार समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।
- NHPC के CMD श्री आर.के. विश्नोई और NHPC के निदेशक (कार्मिक) श्री उत्तम लाल ने इस प्रशस्ति प्रमाणपत्र को ग्रहण किया।
REC ने डिजिटलीकरण के क्षेत्र में “स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार” प्राप्त किया
- REC ने डिजिटलीकरण के क्षेत्र में “स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार” प्राप्त किया है।
- विद्युत मंत्रालय के तहत एक महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम और NBFC, REC लिमिटेड को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- पुरस्कार ने REC की डिजिटलीकरण और कागज रहित कार्यालय स्थापित करने में सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को प्रमोट किया है।
- उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने 18 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली में इस पुरस्कार को समर्पित समारोह में REC लिमिटेड को प्रदान किया।
- REC लिमिटेड के निदेशक (वित्त), श्री अजॉय चौधरी और कार्यकारी निदेशक (BDM), श्री सौरभ रस्तोगी ने समारोह में पुरस्कार स्वीकार किया।
- यह उपलब्धि REC लिमिटेड की तकनीकी प्रगति और नवाचार की संस्कृति को दर्शाती है, साथ ही देश की विद्युत-इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में योजनाएं संचालित करने के लिए भी प्रेरित करती है।
- REC का उत्थान 1973 में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के लिए किया गया था और विद्युत-इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उत्कृष्टता की बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- REC लिमिटेड ने देशभर में बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को विभिन्न परिपक्वता अवधि के ऋण प्रदान करके अपनी भूमिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- REC लिमिटेड को संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (RDSS) के लिए कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नोडल एजेंसी भी बनाया गया है।
- समाप्त होते समय, REC की ऋण पुस्तिका 4.74 लाख करोड़ रुपये और नेट वर्थ 63,117 करोड़ रुपये थी।
फारसी को भारत की नौ क्लासिकल (शास्त्रीय) भाषाओं में शामिल करने का निर्णय लिया
- भारत सरकार ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत फारसी को भारत की नौ क्लासिकल (शास्त्रीय) भाषाओं में शामिल करने का निर्णय लिया है।
- जयशंकर ने ईरान की दो दिवसीय यात्रा पर गम्भीर वार्ता की।
- सोमवार, 15 जनवरी को, जयशंकर ने ईरानी मंत्री एच अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की।
- इस समय, भारत में क्लासिकल भाषाओं की संख्या 6 है, जिसमें तमिल, तेलुगू, संस्कृत, कन्नड़, मलयालम और उड़िया भाषा शामिल हैं।
- भारत में शास्त्रीय भाषाओं की सूची में ओडिया सबसे नवीनतम है, जिसे 2014 में शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था।
- नई शिक्षा नीति के तहत, इनकी संख्या 9 होगी और फारसी के साथ ही पाली और प्राकृत भाषा को भी क्लासिकल भाषा का दर्जा मिलेगा।
- भारत की 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, “इन शास्त्रीय भाषाओं के अलावा पाली, फ़ारसी और प्राकृत; और उनके साहित्य के कार्यों को भी उनकी समृद्धि और भावी पीढ़ी के आनंद और संवर्धन के लिए संरक्षित किया जाना चाहिए।
भारत गोल्ड रिजर्व में 9वें स्थान पर
- अमेरिकी बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने गोल्ड रिजर्व के आधार पर विश्व के देशों की लिस्ट जारी की है।
- इसके अनुसार, अमेरिका में सबसे ज्यादा सोना रिजर्व है। यही नहीं, जर्मनी इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर है।
- जबकि भारत गोल्ड रिजर्व में नौवें स्थान पर है।डॉलर की कीमत घटने पर सोने की कीमत बढ़ती है।
- स्वर्ण भंडार, यानी गोल्ड रिजर्व, एक देश की आर्थिक स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
- यह विशेष रूप से वित्तीय अस्थिरता के दौरान मूल्य का सुरक्षित भंडार है।
- गोल्ड रिजर्व इंटरनेशनल ट्रेड और फाइनेंस में भी महत्वपूर्ण है।
- दस सबसे बड़े गोल्ड रिजर्व वाले देश:
- अमेरिका (8,1336.46 टन गोल्ड रिजर्व)
- जर्मनी(3,352.65 टन गोल्ड रिजर्व)
- इटली(2,451.84 टन गोल्ड रिजर्व)
- फ्रांस(2,436.88 टन गोल्ड रिजर्व)
- रूस (2,332.74 टन गोल्ड रिजर्व)
- चीन (2,191.53 टन गोल्ड रिजर्व)
- स्विट्जरलैंड (1,040.00 टन गोल्ड रिजर्व)
- जापान (845.97 टन गोल्ड रिजर्व)
- भारत (800.78 टन गोल्ड रिजर्व)
- नीदरलैंड (612.45 टन गोल्ड रिजर्व)
- फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोना मूर्त संपत्ति (Tangible Assets) होने के कारण देशों को अपने भंडार में शामिल करके अपने पूरे पोर्टफोलियो को बदलने में सक्षम बनाता है।
भारत दुनिया भर के देशों की सैन्य ताकतों में चौथे स्थान पर
- भारत, दुनिया भर के देशों की सैन्य ताकतों की रैंकिंग में चौथे स्थान पर है, जैसा कि नवीन ग्लोबल फायरपावर (Global Firepower) की नई सूची ने जारी की है।
- यह सूची दुनिया भर के देशों की मिलिट्री शक्ति को मूल्यांकन करती है।
- जिसमें अमेरिका 0.0699 स्कोर के साथ पहले स्थान पर है और भारत को 0.1023 स्कोर के साथ चौथा स्थान मिला है।
- यह संस्था विश्व की रक्षा और सैन्य स्थिति पर ध्यान केंद्रित करती है और 145 देशों की सैन्य ताकत का मूल्यांकन करती है।
- इस रैंकिंग में सैनिकों की संख्या, सैन्य उपकरण, आर्थिक स्थिरता, और संसाधन समेत 60 क्षेत्रों पर आधारित मूल्यांकन के बाद पूरी रैंकिंग तय की गई है।
- इन मानकों को मिलाकर एक पावर इंडेक्स तैयार किया गया है, जिसमें 0.0000 स्कोर को परफेक्ट माना गया है।
- रूस को 0.0702 स्कोर के साथ दूसरा और चीन को 0.0706 स्कोर के साथ तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
- सबसे ताकतवर 10 देशों की सूची में शामिल हैं:
- अमेरिका
- रूस
- चीन
- भारत
- दक्षिण कोरिया
- यूनाइटेड किंगडम
- जापान
- तुर्की
- पाकिस्तान
- इटली
भारतीय सेना की ताकत में शामिल हैं:
– सेना कर्मी (51.37 लाख से ज्यादा)
– पैरामिलिट्री (25.27 लाख)
– रिजर्व पर्सनल (11.55 लाख)
– थल सेना में (21 लाख से ज्यादा जवान)
– वायुसेना में (3.10 लाख से ज्यादा जवान)
– नौसेना में (1.42 लाख से ज्यादा जवान)
– फाइटर जेट (130)
– ट्रांसपोर्ट विमान (264)
– स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट (70)
– हेलीकॉप्टर्स (869)
– थल सेना के पास मौजूद टैंक्स (4614)
– आर्म्ड व्हीकिल (1,00,882)
– थल सेना के पास सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलिरी (100)
– हल्की आर्टिलिरी (3311)
– थल सेना के पास रॉकेट आर्टिलरी (1500)
सबसे कम ताकतवर 10 देशों में शामिल हैं:
- भूटान
- माल्दोवा
- सूरीनाम
- सोमालिया
- बेनिन
- लाइबेरिआ
- बेलीज
- सियेरा लियोन
- सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक
- आइसलैंड
ये भी पढ़ें: Today current affairs in Hindi 18 January 2024
त्रिपुरी भाषा, कोकबोरोक दिवस 19 जनवरी को
- प्रति वर्ष, 19 जनवरी को ‘कोकबोरोक दिवस’ का आयोजन त्रिपुरा में किया जाता है, जिसका उद्देश्य त्रिपुरा कोकबोरोक भाषा को प्रोत्साहित करना है।
- इसे त्रिपुरी भाषा दिवस भी कहा जाता है, और यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है।
- 1979 में इस दिन को, कोकबोरोक भाषा को पहली बार आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त हुई थी।
- इस वर्ष, त्रिपुरा समुदाय ने हजारों वर्षों से बोली जाने वाली त्रिपुरा की प्राचीन भाषा की संरक्षण के लिए कोकबोरोक दिवस की 46वीं वर्षगांठ मनाई।
- कोकबोरोक दिवस त्रिपुरा भाषा और संस्कृति के संरक्षण और प्रचार के महत्व को प्रमोट करता है।
- 2001 की जनगणना में लगभग 695,000 कोकबोरोक बोलने वाले लोग थे।
- त्रिपुरा किंग्स क्रॉनिकल में “कोलोमा” कोकबोरोक की लिपि (स्क्रिप्ट) कहा गया है। साथ ही, 184 त्रिपुरा राजाओं ने दो हजार वर्षों से अधिक का समय तक त्रिपुरा पर शासन किया।
- “कोकबोरोक तेई हुकुमु मिशन (Kokborok tei Hukumu Mission)” के माध्यम से, कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन कोकबोरोक भाषा, कला, साहित्य, फिल्मों और संगीत को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत हैं।
(Source: AIR News, PIB News, DD News, BBC News, Bhaskar News)
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19 जनवरी 2023 का Daily current affairs in Hindi.
FAQs:
-
प्रशस्ति प्रमाणपत्र क्या है?
प्रशस्ति प्रमाणपत्र एक सम्मान है जो आरटीआई अधिनियम के प्रभावकारी कार्यान्वयन के लिए स्कोप द्वारा दिया जाता है। इससे उच्चतम स्तर के कार्यों के लिए संगठनों को पुरस्कृत किया जाता है।
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NHPC को क्यों प्रशस्ति प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है?
NHPC, आरटीआई अधिनियम के प्रभावकारी कार्यान्वयन में अपने उद्दीपक के लिए सम्मानित किया गया है। इसमें उनके जल विद्युत क्षेत्र में प्रमुख योगदान को ध्यान में रखा गया है।
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NHPC क्या है?
NHPC भारत की प्रमुख जल विद्युत कंपनी है जो भूमि, जल, और ऊर्जा संसाधनों का विकास करती है। इसे आरटीआई अधिनियम के अधीन कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया है।
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प्रशस्ति प्रमाणपत्र का वितरण कब और कैसे हुआ?
प्रशस्ति प्रमाणपत्र को 18 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्कोप पुरस्कार समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।
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उत्कृष्टता पुरस्कार क्या है?
उत्कृष्टता पुरस्कार एक सम्मान है जो डिजिटलीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाने वाले संगठनों को दिया जाता है।
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REC ने कैसे उत्कृष्टता पुरस्कार को प्राप्त किया?
REC ने डिजिटलीकरण के क्षेत्र में “उत्कृष्टता पुरस्कार” प्राप्त किया है, जिसे विद्युत मंत्रालय के तहत एक महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम और NBFC, REC लिमिटेड को सम्मानित किया गया है।
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उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह कब और कहाँ हुआ था?
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने 18 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली में इस पुरस्कार को समर्पित समारोह में REC लिमिटेड को प्रदान किया।
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REC लिमिटेड का इतिहास और योगदान क्या है?
REC लिमिटेड का उत्थान 1973 में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के लिए हुआ था, और विद्युत-इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उत्कृष्टता की बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
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REC लिमिटेड की वित्तीय स्थिति क्या है?
समाप्त होते समय, REC की ऋण पुस्तिका 4.74 लाख करोड़ रुपये और नेट वर्थ 63,117 करोड़ रुपये थी।
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REC लिमिटेड की योजनाएं और योगदान क्या हैं?
REC लिमिटेड ने देशभर में बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को विभिन्न परिपक्वता अवधि के ऋण प्रदान करके अपनी भूमिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
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REC लिमिटेड का कौन-कौन सा क्षेत्र में योगदान है?
REC लिमिटेड को संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (RDSS) के लिए कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नोडल एजेंसी भी बनाया गया है, जिससे उन्होंने देश की विद्युत-इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में योजनाएं संचालित करने का भी योगदान दिया है।
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भारत सरकार ने क्या निर्णय लिया है?
भारत सरकार ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत फारसी को भारत की नौ क्लासिकल (शास्त्रीय) भाषाओं में शामिल करने का निर्णय लिया है।
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भारत में कितनी क्लासिकल भाषाएं हैं और उनमें कौन-कौन सी हैं?
भारत में क्लासिकल भाषाओं की संख्या 6 है, जिसमें तमिल, तेलुगू, संस्कृत, कन्नड़, मलयालम और उड़िया शामिल हैं।
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भारतीय शास्त्रीय भाषाओं की सूची में कौन सी भाषा सबसे नवीनतम है?
भारत में शास्त्रीय भाषाओं की सूची में ओडिया सबसे नवीनतम है, जिसे 2014 में शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था।
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नई शिक्षा नीति के तहत भारत में कितनी भाषाएं होंगी और कौन-कौन सी?
नई शिक्षा नीति के तहत, इनकी संख्या 9 होगी और फारसी के साथ ही पाली और प्राकृत भाषा को भी क्लासिकल भाषा का दर्जा मिलेगा।
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, कौन-कौन सी भाषाएं संरक्षित की जाएंगी?
भारत की 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, “इन तमिल, तेलुगू, संस्कृत, कन्नड़, मलयालम और उड़िया शास्त्रीय भाषाओं के अलावा पाली, फ़ारसी और प्राकृत; और उनके साहित्य के कार्यों को भी उनकी समृद्धि और भावी पीढ़ी के आनंद और संवर्धन के लिए संरक्षित किया जाना चाहिए।”
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भारत गोल्ड रिजर्व में कैसे स्थान बनाया है?
अमेरिकी बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने गोल्ड रिजर्व के आधार पर विश्व के देशों की लिस्ट जारी की है, और इसमें भारत नौवें स्थान पर है।
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गोल्ड रिजर्व की सूची में दुनिया के कुछ प्रमुख देश कौन-कौन से हैं?
दस सबसे बड़े गोल्ड रिजर्व वाले देशों में शामिल हैं अमेरिका, जर्मनी, इटली, फ्रांस, रूस, चीन, स्विट्जरलैंड, जापान, भारत, और नीदरलैंड।
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गोल्ड रिजर्व का महत्व क्या है?
स्वर्ण भंडार, यानी गोल्ड रिजर्व, एक देश की आर्थिक स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं और वित्तीय अस्थिरता के दौरान मूल्य का सुरक्षित भंडार प्रदान करते हैं।
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भारत का गोल्ड रिजर्व कितना है?
भारत का गोल्ड रिजर्व 800.78 टन है, जिससे वह दुनिया में नौवें स्थान पर है।
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सोने की कीमत में बढ़ोतरी का क्या कारण है?
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, डॉलर की कीमत घटने पर सोने की कीमत बढ़ती है, और इसलिए गोल्ड रिजर्व वित्तीय पोर्टफोलियो को बदलने में देशों को सक्षम बनाता है।
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गोल्ड रिजर्व का उपयोग कहाँ होता है?
गोल्ड रिजर्व इंटरनेशनल ट्रेड और फाइनेंस में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे देशों को अपने भंडार में शामिल करके अपने पूरे पोर्टफोलियो को बदलने में सहारा मिलता है।
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भारत को ग्लोबल फायरपावर सूची में कैसे स्थान मिला है?
भारत, नवीन ग्लोबल फायरपावर की सूची में सैन्य ताकतों की रैंकिंग में चौथे स्थान पर है।
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ग्लोबल फायरपावर सूची कैसे मूल्यांकन करती है?
यह सूची 145 देशों की सैन्य ताकत को 60 क्षेत्रों पर आधारित मूल्यांकन करती है, जिसमें सैनिकों की संख्या, सैन्य उपकरण, आर्थिक स्थिरता, और संसाधन शामिल हैं।
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भारत की सैन्य ताकत में कौन-कौन शामिल है?
भारतीय सेना में सेना कर्मी, पैरामिलिट्री, रिजर्व पर्सनल, थल सेना, वायुसेना, और नौसेना शामिल हैं, जिनमें विभिन्न संख्या में सैनिकों और युद्धप्रणालियों की संख्या है।
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भारत की सैन्य ताकत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े
सेना कर्मी: 51.37 लाख से ज्यादा
पैरामिलिट्री: 25.27 लाख
रिजर्व पर्सनल: 11.55 लाख
थल सेना: 21 लाख से ज्यादा जवान
वायुसेना: 3.10 लाख से ज्यादा जवान
नौसेना: 1.42 लाख से ज्यादा जवान
फाइटर जेट्स: 130
ट्रांसपोर्ट विमान: 264
स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट: 70
हेलीकॉप्टर्स: 869
थल सेना के पास टैंक्स: 4614
आर्म्ड व्हीकिल: 1,00,882
थल सेना के पास सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलिरी: 100
हल्की आर्टिलिरी: 3311
थल सेना के पास रॉकेट आर्टिलरी: 1500 -
सूची में सबसे ताकतवर और सबसे कम ताकतवर देश कौन-कौन से हैं?
सूची में सबसे ताकतवर 10 देशों में शामिल हैं अमेरिका, रूस, चीन, भारत, दक्षिण कोरिया, यूनाइटेड किंगडम, जापान, तुर्की, पाकिस्तान, और इटली। सबसे कम ताकतवर 10 देशों में शामिल हैं भूटान, माल्दोवा, सूरीनाम, सोमालिया, बेनिन, लाइबेरिआ, बेलीज, सियेरा लियोन, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, और आइसलैंड।
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‘कोकबोरोक दिवस’ क्या है?
उत्तर: ‘कोकबोरोक दिवस’ हर वर्ष 19 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य त्रिपुरा कोकबोरोक भाषा को प्रोत्साहित करना है।
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‘कोकबोरोक दिवस’ इसे और क्या नाम से जाना जाता है?
उत्तर: इसे ‘त्रिपुरी भाषा दिवस’ भी कहा जाता है, और यह सांस्कृतिक आयोजन है।
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‘कोकबोरोक दिवस’ कब और क्यों मनाया जाता है?
उत्तर: इस दिन, 1979 में कोकबोरोक भाषा को पहली बार आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त हुई थी, और त्रिपुरा समुदाय ने इसके संरक्षण की 46वीं वर्षगांठ मनाई।
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कोकबोरोक दिवस का महत्व क्या है?
उत्तर: यह त्रिपुरा भाषा और संस्कृति के संरक्षण और प्रचार के महत्व को प्रमोट करता है।
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त्रिपुरा में कितने लोग कोकबोरोक बोलते हैं?
उत्तर: 2001 की जनगणना में लगभग 695,000 कोकबोरोक बोलने वाले लोग थे।
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‘कोलोमा’ क्या है?
उत्तर: त्रिपुरा किंग्स क्रॉनिकल में “कोलोमा” कोकबोरोक की लिपि (स्क्रिप्ट) कहा गया है।
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‘कोकबोरोक तेई हुकुमु मिशन’ का क्या कार्य है?
उत्तर: “कोकबोरोक तेई हुकुमु मिशन” के माध्यम से, कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन कोकबोरोक भाषा, कला, साहित्य, फिल्मों और संगीत को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत हैं।
I have completed both a Diploma (College: N G P Patna-13) and a Bachelor of Technology (University: IPU Delhi) in CSE. I qualified for the Railway JE Exam and joined in 2017. Presently, I am a software engineer. I have been working in the engineering field for 7 years. Along with my job, I am also an educator, content writer, current affairs expert, and blogger. I have been working in these fields for 3 years. I dedicated myself to making learning simple and enjoyable. As a writer, I have spent 3 years crafting insightful content. With 3 years of expertise in current affairs, I provide up-to-date knowledge as well as analysis of current events from exam points of view. Additionally, I am offering personalized educational support and guidance.