Cooperation Agreement between India and Dominican Republic: मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रं मोदी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है, जिसमें भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच चिकित्सा उत्पाद विनियमन के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता को मंजूरी दी गई है। इस महत्वपूर्ण समझौते के माध्यम से दोनों देश चिकित्सा उत्पादों के निर्यात में सहयोग करेंगे, जिससे आर्थिक और सांविदानिक संबंध मजबूत होंगे।
समझौते का विवरण
समझौते के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल के आधीन चलने वाले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भारतीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के साथ, तथा डोमिनिकन गणराज्य के चिकित्सा, खाद्य और स्वच्छता उत्पाद संगठन महानिदेशालय, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक सहायक मंत्रालय के साथ चिकित्सा उत्पाद विनियमन के क्षेत्र में सहयोग पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता ज्ञापन 4 अक्टूबर, 2023 को हस्ताक्षर किए गए थे।
समझौते के अनुसार, इसे चिकित्सा उत्पादों और पक्षकारों के अधिकार क्षेत्र के भीतर प्रासंगिक प्रशासनिक और विनियामक मामलों में सूचना के आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने का उद्देश्य है। इससे अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में चल रही घटिया, नकली दवाओं के मुद्दों का समाधान हो सकता है और सुरक्षित चिकित्सा उत्पादों का निर्यात हो सकता है।
विनियामक प्रथाएं और उनका महत्व
इस समझौते के माध्यम से भारत को अपने दवाओं का निर्यात बढ़ाने में मदद मिल सकती है और इसके परिणामस्वरूप शिक्षित पेशेवरों के लिए फार्मास्युटिकल क्षेत्र में नौकरी के बेहतर अवसर पैदा हो सकते हैं। यह समझौता न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा, बल्कि विनियामक एजेंसियों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान करके अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में चल रही नकली दवाओं के मुद्दों का समाधान करेगा।
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आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम
इस समझौते ज्ञापन के माध्यम से भारत को चिकित्सा उत्पादों के निर्यात में सुधार हो सकता है, जिससे विदेशी मुद्रा अर्जित होगी। यह भी आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और देश को अपने चिकित्सा उत्पादों के क्षेत्र में विश्व स्तर पर मजबूत बनाए रखने में मदद करेगा।
इस महत्वपूर्ण समझौते ज्ञापन के माध्यम से, भारत और डोमिनिकन गणराज्य ने एक नए दौर में चिकित्सा उत्पाद विनियमन में सहयोग का संकल्प लिया है। यह समझौता न केवल स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत को आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में भी मदद करेगा।
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समाचार स्रोत: केंद्रीय मंत्रिमंडल, भारत
FAQs:
भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच सहयोग समझौते का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: सहयोग समझौते का मुख्य उद्देश्य भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच चिकित्सा उत्पाद विनियमन में सहयोग करना है, जिससे चिकित्सा उत्पादों के निर्यात में सहयोग और सुरक्षितता में सुधार हो।
भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच सहयोग समझौते कब हस्ताक्षर किए गए थे?
उत्तर: सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर 4 अक्टूबर, 2023 को किए गए थे।
भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच सहयोग समझौते से कौन-कौन से लाभ हो सकते हैं?
उत्तर: इस समझौते से भारत को अपने चिकित्सा उत्पादों के निर्यात में मदद मिल सकती है और इसके साथ ही फार्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में सुधार हो सकता है।
भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच सहयोग समझौते से कैसे भारत को फायदा हो सकता है?
उत्तर: इस समझौते के माध्यम से भारत को चिकित्सा उत्पादों के निर्यात में सुधार हो सकता है, जिससे विदेशी मुद्रा अर्जित होगी और देश को आत्मनिर्भर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
कैसे भारत और डोमिनिकन गणराज्य के बीच सहयोग समझौते से नकली दवाओं के मुद्दों का समाधान हो सकता है?
उत्तर: इस समझौते के माध्यम से विनियामक एजेंसियों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान होगी, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में चल रही नकली दवाओं के मुद्दों का समाधान हो सकता है।