संक्षेप नोट्स और MCQ परीक्षा के दृष्टि से
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) और एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (MSSRF) के बीच समझौता
परिचय
- ग्रामीण, जनजातीय और कृषक समुदायों के लिए आजीविका सृजन
- हस्ताक्षरकर्ता: डा. एन. कलैसेल्वी (CSIR) और डा. सौम्या स्वामीनाथन (MSSRF)
- उपस्थित: CSIR के वरिष्ठ अधिकारी और MSSRF के प्रतिनिधि
उद्देश्य
- CSIR की प्रौद्योगिकियों का सामाजिक क्षेत्र तक प्रचार-प्रसार
- MSSRF के सहयोग से जमीनी स्तर पर कार्य
सहमति ज्ञापन (MoU) के प्रमुख बिंदु
- सामाजिक सरोकारों वाली सस्ती, प्रमाणित और चुनींदा प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण
- आजीविका सृजन और सशक्तिकरण
- स्वयं सहायता समूहों/गैर-सरकारी संगठनों/कृषक उत्पादक संगठनों को परामर्श
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) का कार्यक्षेत्र
- स्वास्थ्य सेवाएं
- कृषि, पोषण और जैव प्रौद्योगिकी
- ऊर्जा और ऊर्जा उपकरण
- रसायन, चमड़ा और पेट्रोरसायन
- खनन, खनिज, धातु और सामग्री
- नागरिक अवसंरचना और इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रुमेंटेशन
- पारिस्थितिकी, पर्यावरण, पृथ्वी विज्ञान और जल
एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (MSSRF) का परिचय
- भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1882 के तहत पंजीकृत
- गरीब, महिलाओं और प्रकृति के अनुकूल दृष्टिकोण
- कृषि, खाद्य और पोषण क्षेत्र में कार्य
- उप-केन्द्र और जमीनी स्तर के स्टेशनों के माध्यम से कार्य
CSIR और MSSRF के बीच समझौता से सम्बंधित MCQs
1. CSIR और MSSRF के बीच समझौता ज्ञापन का प्राथमिक लक्ष्य क्या है?
- शहरी विकास को बढ़ावा देना
- ग्रामीण, आदिवासी और कृषक समुदायों के बीच आजीविका का सृजन करना
- एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाना
- शहरों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाना
उत्तर: B) ग्रामीण, आदिवासी और कृषक समुदायों के बीच आजीविका का सृजन करना
स्पष्टीकरण: समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ग्रामीण, आदिवासी और कृषक समुदायों के बीच आजीविका का सृजन करने के लिए मिलकर काम करना है।
2. डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार, CSIR प्रौद्योगिकियों तक पहुँचने में आदिवासी समुदायों के सामने मुख्य चुनौतियाँ क्या हैं?
- उच्च लागत और अनुपलब्धता
- भौगोलिक स्थिति, भाषा संबंधी बाधाएँ और आवश्यक संसाधनों की कमी
- तकनीकी जटिलता और रुचि की कमी
- सरकारी प्रतिबंध और बुनियादी ढाँचे की कमी
उत्तर: B) भौगोलिक स्थिति, भाषा संबंधी बाधाएँ और आवश्यक संसाधनों की कमी
स्पष्टीकरण: आदिवासी और अन्य समूहों को भौगोलिक स्थिति, भाषा संबंधी बाधाएँ और आवश्यक संसाधनों की कमी जैसी अंतर्निहित चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनके लिए सीधे सीएसआईआर प्रयोगशालाओं तक पहुँचना मुश्किल हो जाता है।
3. समावेशी आर्थिक विकास के लिए CSIR किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है?
- शिक्षा और शहरी विकास
- परिवहन और पर्यटन
- स्वास्थ्य सेवाएँ, कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, और अधिक
- फैशन और मनोरंजन
उत्तर: C) स्वास्थ्य सेवाएँ, कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, और अधिक
स्पष्टीकरण: CSIR स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, और अधिक जैसे विविध क्षेत्रों में समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
4. MSSRF किस अधिनियम के तहत एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत है?
- भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956
- भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882
- सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860
- सहकारी समिति अधिनियम, 1912
उत्तर: B) भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882
स्पष्टीकरण: MSSRF भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882 के तहत एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत है।
5. MoU के तहत सशक्तिकरण और आजीविका सृजन के लिए कौन सी आबादी को लक्षित किया गया है?
- शहरी पेशेवर
- महिलाएँ, आदिवासी आबादी और चयनित स्वयं सहायता समूह
- कॉर्पोरेट कर्मचारी
- उच्च आय वाले परिवार
उत्तर: B) महिलाएँ, आदिवासी आबादी और चयनित स्वयं सहायता समूह
स्पष्टीकरण: समझौता ज्ञापन का लक्ष्य महिलाओं, आदिवासी आबादी और चयनित स्वयं सहायता समूहों के लिए सशक्तीकरण और आजीविका सृजन करना है।
6. CSIR अपने अंतर-विषयक नेतृत्व के माध्यम से क्या बढ़ाना चाहता है?
- उपभोक्ता बाजार में वृद्धि
- सैन्य शक्ति
- समावेशी आर्थिक विकास और नवाचार-संचालित उद्योग
- खेल और मनोरंजन सुविधाएँ
उत्तर: C) समावेशी आर्थिक विकास और नवाचार-संचालित उद्योग
स्पष्टीकरण: CSIR अपने अंतर-विषयक नेतृत्व के माध्यम से समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ाना और नवाचार-संचालित उद्योग को बढ़ावा देना चाहता है।
7. CSIR और MSSRF के बीच सहयोग का एक महत्वपूर्ण लाभ क्या है?
- शहरी प्रवास में वृद्धि
- विलासिता उत्पादों का विकास
- सामाजिक क्षेत्रों में CSIR प्रौद्योगिकियों की बढ़ी हुई पहुँच
- मनोरंजन उद्योग में वृद्धि
उत्तर: C) सामाजिक क्षेत्रों में CSIR प्रौद्योगिकियों की बढ़ी हुई पहुँच
स्पष्टीकरण: सहयोग का उद्देश्य सामाजिक क्षेत्रों, विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी समुदायों के बीच CSIR प्रौद्योगिकियों की पहुँच को बढ़ाना है।
(Source: AIR News, PIB News, DD News, BBC News, Bhaskar News ,Wikipedia)
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