[Source: PIB News]
संक्षेप नोट्स परीक्षा के दृष्टि से
राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – तिलहन योजना (NMEO-Oilseeds Scheme)
परिचय
- योजना का नाम: राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – तिलहन योजना (NMEO-Oilseeds Scheme)
- स्वीकृति: भारत सरकार द्वारा स्वीकृत
- लक्ष्य:
- खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता
- आयात पर निर्भरता कम करना
- Note: शार्ट वर्ड का फुल फॉर्म
- एनएमईओ (NMEO): National Mission on Edible Oils (राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन)
- एनएमईओ-ओपी (NMEO-OP): National Mission for Edible Oils – Oil Palm (राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – ऑयल पाम)
वर्तमान स्थिति
- भारत का खाद्य तेल आयात:
- दुनिया का सबसे बड़ा आयातक
- 60-65% आवश्यकताएं आयात द्वारा पूरी
- मुख्य आयातित खाद्य तेल:
- पाम तेल: इंडोनेशिया, मलेशिया से
- सोया तेल और सूरजमुखी तेल: अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस, यूक्रेन से
- 2022-23 आयात: 16.5 मिलियन टन
- घरेलू उत्पादन: कुल आवश्यकता का 40-45%
आयात शुल्क और घरेलू उत्पादन
- आयात शुल्क: 20% खाद्य तेलों पर
- लक्ष्य: घरेलू तेल उत्पादकों की सुरक्षा और उत्पादन में वृद्धि
योजना की अवधि और लागत
- अवधि: 2024-25 से 2030-31 (7 वर्ष)
- कुल परिव्यय: ₹10,103 करोड़
- नोडल मंत्रालय: केंद्रीय कृषि और परिवार कल्याण मंत्रालय
राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन –तिलहन (NMEO–तिलहन) का उद्देश्य
- पहले से चल रहे राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – ऑयल पाम (NMEO-OP) के साथ सक्रिय।
- तिलहन उत्पादन बढ़ाना:
- 2022-23 के 39 मिलियन टन से बढ़ाकर 69.7 मिलियन टन (2030-31) तक।
- घरेलू खाद्य तेल उत्पादन:
- 2030-31 तक घरेलू आवश्यकताओं का 72% (25.45 मिलियन टन) पूरा करना।
- प्राथमिक फसलों पर ध्यान:
- रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल।
- द्वितीयक स्रोतों से तेल संग्रह और निष्कर्षण:
- कपास के बीज, चावल की भूसी, वृक्ष जनित तेल।
- गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्धता:
- 5-वर्षीय ऑनलाइन रोलिंग बीज योजना “साथी” पोर्टल के माध्यम से।
- नए बीज केंद्र और भंडारण इकाइयाँ:
- 65 नए बीज केंद्र, 50 बीज भंडारण इकाइयाँ।
- मूल्य श्रृंखला क्लस्टर:
- 600 क्लस्टर, 10 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र कवर।
- तिलहन खेती में विस्तार:
- चावल और आलू की परती भूमि, अंतरफसल, और फसल विविधीकरण के माध्यम से 4 मिलियन हेक्टेयर तक विस्तार।
राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – ऑयल पाम (NMEO-OP) के बारे में
- शुरुआत: अगस्त 2021
- उद्देश्य: घरेलू खाद्य तेल उत्पादन को बढ़ाना, ऑयल पाम की खेती का विस्तार करना और खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता कम करना।
- महत्त्व: भारत खाद्य तेलों का प्रमुख आयातक है, और पाम तेल प्रति हेक्टेयर सबसे अधिक उत्पादन क्षमता वाला फसल है।
- समाप्ति लक्ष्य: 2025-26 तक पाम तेल उत्पादन में वृद्धि करना।
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