न्यूयॉर्क, 16 दिसम्बर: संयुक्त राष्ट्र के महत्वपूर्ण सदस्य भारत ने आतंकवादी संगठनों और उन्हें धन देने वालों के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की नीति बनाने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह बयान दिया।आकाशवाणी (AIR) के ट्वीट के अनुसार।
भारत ने यह आग्रह करते हुए कहा है कि छोटे और हल्के हथियारों और गोला-बारूद की अवैध तस्करी से संघर्ष जारी रखने के लिए ऐसे संगठनों के प्रति नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने इसे महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में बताया है जो सुरक्षा परिषद को इस मुद्दे में सकारात्मक कदम उठाने की दिशा में मोबाइल करेगा।
सुरक्षा के मामले में भारत की नेतृत्व: छोटे हथियारों के खिलाफ आग्रह
रुचिरा कंबोज, भारत की स्थायी प्रतिनिधि, ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की नेतृत्व की भूमिका को बढ़ावा देते हुए कहा कि छोटे हथियारों और गोला-बारूद की अवैध तस्करी से जुड़े संगठनों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी जताया कि इस नई नीति का लागू होना चाहिए ताकि इसे पूरी ताकत से अमल में लाया जा सके।
भारत की सरकारों का पूरा समर्थन: सुश्री कंबोज का दावा
सुश्री कंबोज ने कहा कि ऐसे संगठनों से मिले हथियारों और उनकी गुणवत्ता इस बात की याद दिलाती है कि उन्हें सरकारों का पूरा समर्थन मिल रहा है। उन्होंने यह भी जताया कि इस नए दृष्टिकोण के साथ भारत संयुक्त राष्ट्र से मिली समर्थन की दिशा में कदम बढ़ाएगा और इसे सफलता मिलेगी।
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युद्ध सामग्री की निर्यात पर नियंत्रण: भारत के प्रयासों की बातें
रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि सभी प्रकार की युद्ध सामग्री और संबंधित वस्तुओं के निर्यात पर भारत की प्रबंधन व्यवस्था का मजबूत स्थान है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने विश्व समुदाय के साथ मिलकर संबंधित समस्याओं का समाधान निकालने के लिए सकारात्मक कदम उठाए हैं।
वासेनार व्यवस्था में भारत की भागीदारी: सुश्री कंबोज का दावा
विशेषज्ञ वासेनार व्यवस्था की दृष्टि से, रुचिरा कंबोज ने बताया कि भारत ने इसमें अपनी भागीदारी को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा, “भारत ने वासेनार व्यवस्था में भी सकारात्मक रूप से योगदान दिया है और इससे सबको हित हुआ है।”
संयुक्त राष्ट्र के साथ भारत का समर्थन: वैश्विक स्तर पर प्रयासों की सुनिश्चितता
सुश्री कंबोज ने समापन में कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखता है और राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर इसमें योगदान करने के लिए दोगुना प्रयास कर रहा है। इससे संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका में भारत का समर्थन मिलता है, जो विश्व शांति और सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी ज़िम्मेदारी को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है।
समापन: सुरक्षा और युद्ध सामग्री पर भारत की दृष्टिकोण स्थापित
भारत ने आतंकवाद के समृद्धि से लड़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ नई नीति का आग्रह किया है और यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस संगीन युद्ध से निपटने का प्रयास कर रहा है। इस समर्थन के साथ, भारत ने विश्व सामंजस्य और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है और विभिन्न राष्ट्रों के साथ मिलकर युद्ध और आतंकवाद के खिलाफ समर्थन जताया है।
FAQs:
प्रश्न: भारत ने संयुक्त राष्ट्र में किस मुद्दे पर नई नीति का आग्रह किया है?
उत्तर: भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी संगठनों और उन्हें धन देने वालों के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की नीति बनाने का आग्रह किया है।
प्रश्न: कैसे भारत ने छोटे हथियारों और गोला-बारूद की अवैध तस्करी से संघर्ष करने के लिए आग्रह किया है?
उत्तर: भारत ने छोटे हथियारों और गोला-बारूद की अवैध तस्करी से जुड़े संगठनों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की नीति का आग्रह किया है।
प्रश्न: भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने किस संगठन में यह बयान दिया?
उत्तर: भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह बयान दिया है।
प्रश्न: नई नीति को कैसे लागू किया जाएगा?
उत्तर: नई नीति को पूरी ताकत से अमल में लाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे, ताकि इसका सफलतापूर्वक लागू हो सके।
प्रश्न: भारत की सरकारें नई नीति का कैसे समर्थन कर रही हैं?
उत्तर: रुचिरा कंबोज ने बताया है कि ऐसे संगठनों से मिले हथियारों और उनकी गुणवत्ता से यह सिद्ध होता है कि उन्हें सरकारों का पूरा समर्थन मिल रहा है।
प्रश्न: भारत के प्रयासों के बारे में संयुक्त राष्ट्र की दृष्टि से क्या कहा गया है?
उत्तर: रुचिरा कंबोज ने बताया है कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों में सकारात्मक दृष्टिकोण से योगदान किया है और विभिन्न राष्ट्रों के साथ मिलकर समस्याओं का समाधान निकालने के लिए सबको हित हुआ है।
प्रश्न: वासेनार व्यवस्था में भारत की भागीदारी पर क्या कहा गया है?
उत्तर: विशेषज्ञ वासेनार व्यवस्था की दृष्टि से, रुचिरा कंबोज ने बताया है कि भारत ने वासेनार व्यवस्था में भी सकारात्मक रूप से योगदान दिया है और इससे सबको हित हुआ है।
प्रश्न: भारत का संयुक्त राष्ट्र के साथ समर्थन कैसे है?
उत्तर: सुश्री कंबोज के अनुसार, भारत संयुक्त राष्ट्र के साथ योगदान करने के लिए विश्व स्तर पर प्रयासों में सुनिश्चितता के साथ समर्थन कर रहा है।
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