Khanjar Exercise 2024: भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर
- भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर हिमाचल प्रदेश में शुरू हुआ ।
- यह 11वां संयुक्त विशेष बल अभ्यास है जो बकलोह स्थित विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में हो रहा है।
- अभ्यास 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा और यह दोनों देशों में एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में है।
- भारतीय सेना के पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) और किर्गिस्तान के स्कॉर्पियन ब्रिगेड द्वारा प्रतिनिधित्व किया जा रहा है।
- अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय-VII के तहत आतंकवाद विरोधी और विशेष बलों के संचालन में अनुभवों एवं श्रेष्ठ व्यवहारों का आदान-प्रदान करना है।
- अभ्यास से विशेष बल कौशल, प्रवेशन, और निष्कर्षण की तकनीकों को विकसित करने का लक्ष्य है।
- यह अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और चरमपंथ की साझी समस्याओं का समाधान करने में सहायक होगा और सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
- अभ्यास से दोनों पक्षों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने का अवसर मिलेगा और स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को भी प्रमोट करेगा।
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MCQs:
1. भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर 2024 का आयोजन किस राज्य में हुआ है?
- उत्तर प्रदेश
- हिमाचल प्रदेश
- मध्य प्रदेश
- राजस्थान
उत्तर: b) हिमाचल प्रदेश
2. खंजर अभ्यास की अवधि कितनी थी, और यह कब शुरू हुआ और कब समाप्त होगा?
- 15 जनवरी से 31 जनवरी 2024
- 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024
- 1 फरवरी से 14 फरवरी 2024
- 10 फरवरी से 20 फरवरी 2024
उत्तर: b) 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024
3. भारतीय सेना के पैराशूट रेजिमेंट और किर्गिस्तान के स्कॉर्पियन ब्रिगेड द्वारा इस खंजर अभ्यास में किसे प्रतिनिधित्व किया जा रहा है?
- नौसेना
- वायुसेना
- थलसेना
- सभी विकल्प
उत्तर: c) थलसेना
4. खंजर अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या है, जैसा कि जानकारी में दिया गया है?
- खेल को प्रोत्साहित करना
- रक्षा संबंधों को मजबूत करना
- साझा समस्याओं का समाधान करना
- सभी विकल्प
उत्तर: c) साझा समस्याओं का समाधान करना
5. खंजर अभ्यास से कौन-कौन सी तकनीकी तकनीकों को विकसित करने का लक्ष्य है, जैसा कि जानकारी में दिया गया है?
- रेडार तकनीक
- प्रवेशन तकनीक
- निष्कर्षण तकनीक
- सभी विकल्प
उत्तर: d) सभी विकल्प
6. खंजर अभ्यास से कैसे सहायता हो सकती है अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और चरमपंथ की साझी समस्याओं के समाधान में?
- सैन्य सहायता
- विचार विनामूलन
- सभी विकल्प
- कोई नहीं
उत्तर: c) सभी विकल्प
7. खंजर अभ्यास से कौन-कौन सी स्थितियों को मजबूत करने का अवसर मिल सकता है, जैसा कि जानकारी में दिया गया है?
- दोनों पक्षों के बीच रक्षा संबंध
- देशी रक्षा उपकरणों की क्षमताएं
- सभी विकल्प
- कोई नहीं
उत्तर: c) सभी विकल्प
8. कौन सी रेजिमेंट भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व करती है, और किर्गिस्तान टुकड़ी की प्रतिनिधि ब्रिगेड का नाम क्या है?
- पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल), स्कॉर्पियन ब्रिगेड
- गोरखा रेजिमेंट, फाल्कन ब्रिगेड
- इंजीनियर रेजिमेंट, फाइटर ब्रिगेड
- सिग्नल रेजिमेंट, फायर ब्रिगेड
उत्तर: A) पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल), स्कॉर्पियन ब्रिगेड
9. यह अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और उग्रवाद को संबोधित करने में कैसे योगदान देता है?
- भाषा सीखने के रूप में
- सार्वभौमिक रक्षा साज-सामान के उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए
- साझे सुरक्षा कर्मचारियों को प्राप्त करने के लिए
- एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में
उत्तर:C)साझे सुरक्षा कर्मचारियों को प्राप्त करने के लिए
स्पष्टीकरण: इस अभ्यास का उद्देश्य साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करना और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से संबंधित आम मुद्दों के समाधान में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना है।
10. यह अभ्यास विशेष बलों के संचालन में व्यवहार के किस पहलू में योगदान देना चाहता है?
- भूगोल
- रेजिमेंट कौशल
- श्रेष्ठ व्यवहार
- विज्ञान
उत्तर:C) श्रेष्ठ व्यवहार
स्पष्टीकरण: इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के प्रावधानों के अनुसार, विशेष बलों के संचालन में सर्वोत्तम प्रथाओं और व्यवहारों में योगदान करना है।
11. साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने के अलावा यह अभ्यास क्या अवसर प्रदान करता है?
- हथियार का समाधान
- परमाणु ऊर्जा संयंत्र की क्षमताएं
- कलाकार का नाश
- लास्कर की सुरक्षा
उत्तर:B) परमाणु ऊर्जा संयंत्र की क्षमताएं
स्पष्टीकरण: यह अभ्यास द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने के अलावा, आधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।
12. भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास हिमाचल प्रदेश के किस स्थान पर शुरू हुआ?
- मनाली
- धर्मशाला
- शिमला
- बकलोह
उत्तर:D) बकलोह
13. यह अभ्यास रक्षा उपकरणों की क्षमताओं के संबंध में क्या प्रदर्शित करेगा?
- शस्त्रों का उपयोग
- एकल उपकरण का उपयोग
- स्वदेशी उपकरणों की क्षमताएँ
- सामुदायिक क्षमताएँ
उत्तर:C) स्वदेशी उपकरणों की क्षमताएँ
स्पष्टीकरण: यह अभ्यास आधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।
14. आतंकवाद से निपटने के अलावा, यह अभ्यास और क्या लाभ प्रदान करता है?
- शिक्षा का पूरा वर्ष
- व्यक्तिगत विकास
- मॉडल को बढ़ावा देना
- आर्थिक विकास
उत्तर:C)मॉडल को बढ़ावा देना
स्पष्टीकरण: इस अभ्यास का उद्देश्य आतंकवाद की आम चुनौतियों से परे, भारत और किर्गिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है।
FAQs:
प्रश्न:भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास क्या है?
उत्तर: भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास एक साझा सैन्य अभ्यास है जो हिमाचल प्रदेश के बकलोह स्थित विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा।
प्रश्न:भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: अभ्यास का मुख्य उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय-VII के तहत आतंकवाद विरोधी और विशेष बलों के संचालन में अनुभवों एवं श्रेष्ठ व्यवहारों का आदान-प्रदान करना है।
प्रश्न:कौन-कौन से सेना दल इस भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास में शामिल हैं?
उत्तर: भारतीय सेना के पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) और किर्गिस्तान के स्कॉर्पियन ब्रिगेड इस अभ्यास में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
प्रश्न:इस भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास से क्या प्राप्त होगा?
उत्तर: इस अभ्यास से साझे सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने और दोनों पक्षों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने का अवसर मिलेगा, साथ ही यह अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को दिखाने का भी मौका प्रदान करेगा।
प्रश्न:भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास कहां और कब हो रहा है?
उत्तर: यह अभ्यास हिमाचल प्रदेश के बकलोह स्थित विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा।
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