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मोइदम्स – अहोम राजवंश की माउंड-दफन प्रणाली

संक्षेप नोट्स और MCQ परीक्षा के दृष्टि से

मोइदम्स – अहोम राजवंश की माउंड-दफन प्रणाली

यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल:

  • तारीख: 26 जुलाई, 2024
  • स्थान: नई दिल्ली, विश्व धरोहर समिति का 46वां सत्र
  • भारत की 43वीं संपत्ति

असम की तीसरी विश्व धरोहर संपत्ति:

  • अन्य संपत्तियां: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, मानस वन्यजीव अभयारण्य (दोनों को 1985 में प्राकृतिक श्रेणी के तहत अंकित)
  • समकक्ष/ तुलना: मिस्र के पिरामिड, प्राचीन चीन की शाही कब्रें

यूनेस्को का उद्देश्य:

  • उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य(OUV) के आधार पर
  • सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और मिश्रित संपत्तियों को संरक्षित और बढ़ावा देना
  • भारत की स्थिति:
    • सदस्यता: 2021-25 से विश्व धरोहर समिति का सदस्य
    • सत्र मेज़बानी: 1972 के यूनेस्को विश्व धरोहर सम्मेलन के बाद पहला सत्र

घोषणा:

  • केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री: श्री गजेंद्र सिंह शेखावत
  • प्रकाश डाला: चराइदेव के 700 साल पुराने टीले की दफन प्रणाली

महत्व:

  • विश्व विरासत सूची में अंकित होने वाले पहला सांस्कृतिक विरासत स्थल
  • उत्तर पूर्व से तीसरा स्थल
  • सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व

भारत की उपलब्धियाँ:

  • पिछले दशक में: 13 विश्व धरोहर संपत्तियाँ अंकित
  • वैश्विक रैंक: छठा स्थान

प्रमाण:

  • मूल्यांकन: इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS)
  • प्रतिनिधित्व: सांस्कृतिक परंपरा, मानव इतिहास

संरक्षण:

  • संयुक्त प्रयास: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और असम सरकार
  • महत्व: भविष्य की पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
  • दौरा: सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में योगदान

मोइदम्स के बारे में

स्थान और निर्माण:

  • स्थल: पूर्वी असम, पाटकाई पर्वतमाला की तलहटी
  • निर्माता: ताई-अहोम
  • स्थापना: 13वीं शताब्दी में चराइदेव
  • शहर: चराइदेव (पहला शहर और शाही नेक्रोपोलिस)

महत्व और परंपरा:

  • पवित्र स्थल: ताई-अहोम द्वारा पवित्र माने गए
  • दफन प्रणाली: शाही दफन के लिए मोइदम्स
  • प्राकृतिक तत्व: पहाड़ियों, जंगलों, पानी का उपयोग

अंत्येष्टि प्रथाएं:

  • शाही दाह संस्कार: ताई-अहोम समाज की पदानुक्रमित संरचना दर्शाते
  • प्रारंभिक निर्माण: लकड़ी
  • बाद में निर्माण: पत्थर और जली हुई ईंटें
  • दस्तावेज: अहोम साहित्य “चांगरुंग फुकन”

संरक्षण प्रयास:

  • संस्थाएं: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, असम राज्य पुरातत्व विभाग
  • समस्या: खजाना शिकारियों की चुनौतियाँ
  • उपलब्धियाँ: अखंडता की बहाली, संरचनात्मक और सांस्कृतिक विशिष्टता की सुरक्षा

विश्व धरोहर समिति का 46वां सत्र की जानकारी

  • मेजबान: भारत मंडपम, नई दिल्ली
  • समय: 21-31 जुलाई
  • भागीदारी: 150 से अधिक राज्य पक्ष
  • नेतृत्व: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
  • वर्ष: 2024
  • समीक्षा: 27 नामांकनों की जांच
    • सांस्कृतिक: 19 स्थल
    • प्राकृतिक: 4 स्थल
    • मिश्रित: 2 स्थल
    • महत्वपूर्ण संशोधन: 2
  • भारत की प्रविष्टि:
    • नाम: मोइदम्स – अहोम राजवंश की टीला-दफन प्रणाली
    • श्रेणी: सांस्कृतिक संपत्ति
  • उपस्थिति:
    • प्रधानमंत्री: श्री नरेन्द्र मोदी
    • अन्य अधिकारी:
      • यूनेस्को की महानिदेशक सुश्री ऑद्रे अजोले
      • विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
      • संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत
    • भागीदारी: संस्कृति मंत्रियों, राजदूतों, राज्य सरकारों के सांस्कृतिक मंत्रियों की उपस्थिति

मोइदम्स – अहोम राजवंश की माउंड-दफन प्रणाली से सम्बंधित MCQs:

1. अहोम राजवंश की टीला-दफन प्रणाली को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में किस तारीख को शामिल किया गया था?

  1. 27 जून, 2024
  2. 26 जुलाई, 2024
  3. 15 अगस्त, 2024
  4.  21 जुलाई, 2024

सही उत्तर: B) 26 जुलाई, 2024

स्पष्टीकरण: अहोम राजवंश की टीला-दफन प्रणाली को 26 जुलाई, 2024 को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था।

2. दस्तावेज में असम की किन अन्य विश्व धरोहर संपत्तियों का उल्लेख किया गया है?

  1. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
  2. मानस वन्यजीव अभयारण्य और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
  3. लाल किला और ताज महल
  4. हम्पी और एलीफेंटा गुफाएँ

सही उत्तर: B) मानस वन्यजीव अभयारण्य और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

स्पष्टीकरण: दस्तावेज़ में असम में अन्य विश्व धरोहर संपत्तियों के रूप में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और मानस वन्यजीव अभयारण्य का उल्लेख किया गया है।

3. ऐतिहासिक महत्व के संदर्भ में मोइदम की तुलना किन प्राचीन संरचनाओं से की जाती है?

  1. स्टोनहेंज और चीन की महान दीवार
  2. रोमन कोलोसियम और माचू पिचू
  3. मिस्र के पिरामिड और चीन के प्राचीन शाही मकबरे
  4. अंगकोर वाट और पेट्रा

सही उत्तर: C) मिस्र के पिरामिड और चीन के प्राचीन शाही मकबरे

स्पष्टीकरण: मोइदम की तुलना उनके ऐतिहासिक महत्व के कारण मिस्र के पिरामिड और चीन के प्राचीन शाही मकबरों से की जाती है।

4. मोइदम को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने की घोषणा किसने की?

  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  2. यूनेस्को महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले
  3. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर
  4. संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

सही उत्तर: D) संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

स्पष्टीकरण: यह घोषणा संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने की।

5. किस संगठन ने मोइदम को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए मूल्यांकन किया?

  1. अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद (ICOMOS)
  2. विश्व वन्यजीव कोष (WWF)
  3. भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट (INTACH)
  4. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI)

सही उत्तर: A) अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद (ICOMOS)

स्पष्टीकरण: मोइदम का मूल्यांकन अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद (ICOMOS) द्वारा किया गया था।

6. भारत किस वर्ष विश्व धरोहर समिति में सदस्य के रूप में शामिल हुआ?

  1. 2018
  2. 2021
  3. 2019
  4.  2022

सही उत्तर: B) 2021

स्पष्टीकरण: भारत 2021 से 2025 तक विश्व धरोहर समिति का सदस्य बना।

7. दस्तावेज के अनुसार मोइदम का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व क्या है?

  1. वे प्राकृतिक चमत्कार हैं
  2. वे भारत के औपनिवेशिक इतिहास का प्रतिनिधित्व करते हैं
  3. वे असम की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा हैं
  4. वे आधुनिक वास्तुशिल्प चमत्कार हैं

सही उत्तर: C) वे असम की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा हैं

स्पष्टीकरण: मोइदाम को असम की विरासत के हिस्से के रूप में उनके सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए पहचाना जाता है।

8. मोइदाम के संरक्षण के संबंध में किन चुनौतियों का उल्लेख किया गया है?

  1. शहरी विकास
  2. जलवायु परिवर्तन
  3. खजाना शिकारी
  4. राजनीतिक अस्थिरता

सही उत्तर: C) खजाना शिकारी

स्पष्टीकरण: दस्तावेज़ में मोइदाम के संरक्षण में खजाना शिकारियों की चुनौतियों का उल्लेख है।

9. पहला अहोम शाही क़ब्रिस्तान किस शहर में स्थापित किया गया था?

  1. शिवसागर
  2. जोरहाट
  3. गुवाहाटी
  4. चराईदेव

सही उत्तर: D) चराईदेव

स्पष्टीकरण: पहला अहोम शाही क़ब्रिस्तान चराईदेव में स्थापित किया गया था।

10. मोइदम के निर्माण और स्थान निर्धारण में किन प्राकृतिक तत्वों का उपयोग किया गया था?

  1. पहाड़ और नदियाँ
  2. रेगिस्तान और मरुद्यान
  3. मैदान और घास के मैदान
  4. पहाड़ियाँ, जंगल और पानी

सही उत्तर: D) पहाड़ियाँ, जंगल और पानी

स्पष्टीकरण: मोइदम ने अपने निर्माण और स्थान निर्धारण में पहाड़ियों, जंगलों और पानी जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग किया।

(Source: AIR News, PIB News, DD News, BBC News, Bhaskar News ,Wikipedia)

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