[Source: PIB News]
संक्षेप नोट्स परीक्षा के दृष्टि से
विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा 2024 (WTSA 2024)
परिचय
- कार्यक्रम: विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा 2024 (WTSA 2024)
- तारीखें: 14-24 अक्टूबर 2024
- स्थान: नई दिल्ली, भारत
- मेज़बान देश: भारत
- भागीदारी: 190+ देशों के विशेषज्ञ
- प्रथम बार: एशिया में आयोजन, ITU का ऐतिहासिक सम्मेलन
- ऐतिहासिक महत्व: भारत में पहली बार WTSA का आयोजन, ITU के 150 साल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर।
- WTSA, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के मानकीकरण क्षेत्र (ITU-T) का शासी सम्मेलन है और यह हर चार साल में आयोजित होता है।
- यह कार्यक्रम वैश्विक दूरसंचार मानकों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे भारत के लिए इसकी मेजबानी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
- ITU संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की एक इकाई है और यह कार्यक्रम तीन विश्व सम्मेलनों में से एक है जो ITU द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
- भविष्य की दूरसंचार तकनीकों, विशेष रूप से 5G, 6G, और उससे आगे के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
आउटरीच सत्र
- संचार विभाग (DOT) ने WTSA 2024 के लिए छात्रों और शिक्षाविदों तक पहुँच बढ़ाने हेतु आउटरीच सत्रों की शुरुआत की है। दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में यह सत्र आयोजित किए गए हैं।
- इन सत्रों का उद्देश्य छात्रों को दूरसंचार उद्योग के विशेषज्ञों के साथ सीधे संवाद का अवसर प्रदान करना और दूरसंचार मानकों के महत्व को समझाना है।
- चर्चा बिंदु: 5G, 6G तकनीक, मानकीकरण, वैश्विक दूरसंचार।
- दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान संस्थान (बैंगलोर) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (हैदराबाद) में 26 सितंबर 2024 को हुए सत्रों में 500 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जबकि 450 से अधिक प्रतिभागी ऑनलाइन जुड़े।
WTSA साइड इवेंट्स
- ITU कैलिडोस्कोप कॉन्फ्रेंस (21-23 अक्टूबर 2024)
- ITU प्रदर्शनी (14-24 अक्टूबर 2024)
- नेटवर्क ऑफ़ वीमेन (17 अक्टूबर 2024)
- AI फॉर गुड (18 अक्टूबर 2024)
WTSA 2024 के उद्देश्य
- वैश्विक संपर्क और नवाचार में दूरसंचार मानकों की भूमिका पर चर्चा को बढ़ावा देना।
- छात्रों और उद्योग विशेषज्ञों के बीच संवाद बढ़ाने के लिए आउटरीच सत्र आयोजित करना।
- 5G और 6G जैसी नई तकनीकों पर मानकीकरण के प्रभाव को समझना।
WTSA 2024 के महत्व
- वैश्विक दूरसंचार उद्योग में भारत के बढ़ते प्रभाव को स्थापित करना।
- दूरसंचार मानकों पर सहयोग के लिए 190 से अधिक देशों का एकत्रित होना।
- दूरसंचार के भविष्य को आकार देने में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना।
हैकाथॉन 2024
- लक्ष्य: 5G-6G नवाचार, भारत-विशिष्ट समाधान
- उद्देश्य: टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में भविष्य के उपयोग के मामले
विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (WTSA) के बारे में
- स्थापना: 2000
- मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
- मुख्य फोकस: वैश्विक दूरसंचार मानकों को स्थापित करना और उन्हें बढ़ावा देना।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के बारे में
- स्थापना: 17 मई 1865
- प्रकार: संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी
- मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- अभिभावक संगठन: संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद
- सदस्य: 193 सदस्य राष्ट्र और 700 से अधिक क्षेत्रीय सदस्य।
- मुख्य अधिकारी:
- सचिव-जनरल: डोरीन बोगडान-मार्टिन
- उप सचिव-जनरल: टोमस लमानाुस्कास
- उद्देश्य: वैश्विक दूरसंचार मानकों और नीतियों का समन्वय करना।
- कार्य:
- वैश्विक दूरसंचार मानकों और नीतियों का समन्वय करना।
- सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों (ICT) के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
संचार मंत्रालय (DoT) के बारे में
- स्थापना: 1985
- मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत
- उद्देश्य:
- दूरसंचार सेवाओं की नीति निर्धारण, लाइसेंसिंग, और समन्वय करना।
- दूरसंचार में मानकीकरण, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना।
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) जैसे अंतर्राष्ट्रीय निकायों के साथ सहयोग करना।
- कार्य:
- टेलीग्राफ, टेलीफोन, वायरलेस, डेटा, फेसिमाइल और टेलीमैटिक सेवाओं से संबंधित नीति निर्धारण और लाइसेंसिंग।
- रेडियो संचार के क्षेत्र में फ्रीक्वेंसी प्रबंधन।
- दूरसंचार सेवाओं की तेजी से वृद्धि के लिए विकास संबंधी नीतियों का निर्माण।
- दूरसंचार प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और अध्ययन को बढ़ावा देना।
- सचिव: के. राजारामन
दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय (DTU) के बारे में
- स्थापना: 1941 (दिल्ली पॉलिटेक्निक के रूप में)
- मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत
- उद्देश्य: गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करना।
- कार्य: इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करना।
- मुख्य व्यक्ति:
- कुलपति: प्रो. प्रतीक शर्मा
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