संक्षेप नोट्स और MCQ परीक्षा के दृष्टि से
परिचय
- 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक
- प्रोजेक्ट पीएआरआई (भारत की सार्वजनिक कला) {Project PARI (Public Art of India)}
- संस्कृति मंत्रालय की पहल
- ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय द्वारा क्रियान्वित
भारत की कलात्मक विरासत
- कलात्मक अभिव्यक्ति का केन्द्र
- लोक कला का समृद्ध इतिहास
- चट्टानों को काटकर बनाए गए मंदिर, भित्तिचित्र, मूर्तियाँ, स्ट्रीट आर्ट
- दैनिक जीवन, धार्मिक कार्य, सामाजिक रीति-रिवाजों से जुड़ाव
प्रोजेक्ट पीएआरआई (Project PARI)
- हजारों साल की कला विरासत से प्रेरणा
- आधुनिक विषय और तकनीक का समावेश
- रचनात्मकता और कलात्मक अभिव्यक्ति का महत्व
- उद्देश्य: लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा
आयोजन
- पहला कार्य दिल्ली में
- 21-31 जुलाई 2024
- विश्व धरोहर समिति का 46वां सत्र
सार्वजनिक स्थानों पर कला
- कला का महत्व
- शहरी परिदृश्य को सुलभ दीर्घाओं में बदलना
- सड़कों, पार्कों, पारगमन केन्द्रों में कला का समावेश
- कला का अनुभव सभी के लिए उपलब्ध
समावेशी दृष्टिकोण
- सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा
- सामाजिक सामंजस्य
- कला के साथ दैनिक जीवन में जुड़ाव
कला का प्रतिनिधित्व
- वॉल पेंटिंग, भित्ति चित्र, मूर्तियां
- 150+ दृश्य कलाकार
- कला शैलियाँ:
- फड़ चित्रकला (राजस्थान)
- थंगका पेंटिंग (सिक्किम/लद्दाख)
- मिनीयेचर पेंटिंग (हिमाचल प्रदेश)
- गोंड आर्ट (मध्य प्रदेश)
- तंजौर पेंटिंग (तमिलनाडु)
- कलमकारी (आंध्र प्रदेश)
- अल्पना कला (पश्चिम बंगाल)
- चेरियल चित्रकला (तेलंगाना)
- पिछवाई पेंटिंग (राजस्थान)
- लांजिया सौरा (ओडिशा)
- पट्टचित्र (पश्चिम बंगाल)
- बानी थानी पेंटिंग (राजस्थान)
- वरली (महाराष्ट्र)
- पिथौरा आर्ट (गुजरात)
- ऐपण (उत्तराखंड)
- केरल भित्ति चित्र (केरल)
- अल्पना कला (त्रिपुरा)
मूर्तियों के व्यापक विचार
- प्रकृति का सम्मान
- नाट्यशास्त्र से प्रेरणा
- गांधी जी
- भारत के खिलौने
- आतिथ्य
- प्राचीन ज्ञान
- नाद या आदि ध्वनि
- जीवन का सामंजस्य
- कल्पतरु – दिव्य वृक्ष
विश्व धरोहर स्थलों से प्रेरणा
- बीमबेटका
- 7 प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल
महिला कलाकार
- परियोजना PARI में महिला कलाकारों की भागीदारी
- नारी शक्ति का प्रमाण
परियोजना PARI का शुभारंभ से सम्बंधित MCQs:
1. भारत में संस्कृति मंत्रालय द्वारा शुरू की गई परियोजना PARI का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
- आधुनिक कला रूपों को बढ़ावा देना
- भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना
- भारत की कलात्मक विरासत से प्रेरित सार्वजनिक कला का प्रदर्शन करना
- डिजिटल आर्ट गैलरी बनाना
उत्तर: c) भारत की कलात्मक विरासत से प्रेरित सार्वजनिक कला का प्रदर्शन करना
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI का उद्देश्य आधुनिक विषयों और तकनीकों को एकीकृत करते हुए भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत से प्रेरित सार्वजनिक कला को आगे लाना है।
2. कौन से संगठन परियोजना PARI को लागू कर रहे हैं?
- राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र
- ललित कला अकादमी और भारतीय राष्ट्रीय संग्रहालय
- ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी
उत्तर: d) ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI का क्रियान्वयन संस्कृति मंत्रालय के अधीन ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी द्वारा किया जा रहा है।
3. दिल्ली में परियोजना PARI की पहली पहल के साथ कौन सी महत्वपूर्ण घटना मेल खाती है?
- 50वाँ स्वतंत्रता दिवस समारोह
- 46वाँ विश्व धरोहर समिति सत्र
- 75वाँ गणतंत्र दिवस समारोह
- 50वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव
उत्तर: b) 46वाँ विश्व धरोहर समिति सत्र
स्पष्टीकरण: दिल्ली में परियोजना PARI की पहली पहल 21-31 जुलाई 2024 को आयोजित विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के साथ मेल खाती है।
4. परियोजना PARI के संदर्भ में सार्वजनिक कला का क्या महत्व है?
- अचल संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाने के लिए
- शहरी परिदृश्यों को सुलभ दीर्घाओं में बदलना
- निजी कला संग्रह को बढ़ावा देना
- कला को संग्रहालयों और दीर्घाओं तक सीमित करना
उत्तर: b) शहरी परिदृश्यों को सुलभ दीर्घाओं में बदलना
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI में सार्वजनिक कला का उद्देश्य शहरी परिदृश्यों को सुलभ दीर्घाओं में बदलना है, जिससे कला को संग्रहालयों और दीर्घाओं जैसे पारंपरिक स्थानों से परे उपलब्ध कराया जा सके।
5. प्रोजेक्ट PARI के रचनात्मक कैनवास में कौन से पारंपरिक भारतीय कला रूप शामिल हैं?
- केवल आधुनिक अमूर्त कला
- विभिन्न क्षेत्रीय पारंपरिक कला रूप जैसे फड़, थंगका और गोंड
- मुख्य रूप से यूरोपीय शास्त्रीय कला
- डिजिटल और समकालीन पश्चिमी कला रूप
उत्तर: b) विभिन्न क्षेत्रीय पारंपरिक कला रूप जैसे फड़, थंगका और गोंड
स्पष्टीकरण: प्रोजेक्ट पारी में पारंपरिक भारतीय कला रूप जैसे फड़ पेंटिंग (राजस्थान), थंगका पेंटिंग (सिक्किम/लद्दाख) और गोंड कला (मध्य प्रदेश) शामिल हैं।
6. प्रोजेक्ट PARI के तहत मूर्तियों के लिए निम्नलिखित में से कौन से विषय प्रस्तावित हैं?
- अंतरिक्ष अन्वेषण और भविष्य की तकनीक
- गांधी, आतिथ्य और प्राचीन ज्ञान
- समकालीन राजनीतिक हस्तियाँ
- वैश्विक आर्थिक रुझान
उत्तर: b) गांधी, आतिथ्य और प्राचीन ज्ञान
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI के तहत मूर्तियों के लिए प्रस्तावित विषयों में गांधी, आतिथ्य और प्राचीन ज्ञान शामिल हैं।
7. पाठ के अनुसार परियोजना PARI सामाजिक सामंजस्य में कैसे योगदान देती है?
- कला को विशेष दीर्घाओं तक सीमित करके
- पारंपरिक कला रूपों को छोड़कर
- नागरिकों को अपने दैनिक जीवन में कला से जुड़ने के लिए आमंत्रित करके
- केवल व्यक्तिगत कला अनुभवों पर ध्यान केंद्रित करके
उत्तर: c) नागरिकों को अपने दैनिक जीवन में कला से जुड़ने के लिए आमंत्रित करके
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI नागरिकों को अपने दैनिक जीवन में कला से जुड़ने के लिए आमंत्रित करके, एक साझा सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देकर सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देती है।
8. भारत में निम्नलिखित में से किस प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल का उल्लेख परियोजना PARI की कलाकृतियों के लिए प्रेरणा के रूप में किया गया है?
- ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क
- सुंदरबन नेशनल पार्क
- मानस वन्यजीव अभयारण्य
- उपरोक्त सभी
उत्तर: d) उपरोक्त सभी
स्पष्टीकरण: भारत के प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों जैसे ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, सुंदरबन नेशनल पार्क और मानस वन्यजीव अभयारण्य से प्रेरित कलाकृतियाँ परियोजना PARI में शामिल हैं।
9. परियोजना PARI में महिला कलाकार क्या भूमिका निभाती हैं?
- न्यूनतम, क्योंकि परियोजना पुरुष-प्रधान है
- पुरुष कलाकारों के बराबर, जो भारत की लैंगिक समानता को दर्शाता है
- अभिन्न, महत्वपूर्ण भागीदारी के साथ
- प्रशासनिक भूमिकाओं तक सीमित
उत्तर: c) अभिन्न, महत्वपूर्ण भागीदारी के साथ
स्पष्टीकरण: महिला कलाकार परियोजना PARI में एक अभिन्न भूमिका निभाती हैं, जो परियोजना में भारत की महिला शक्ति की भागीदारी को दर्शाती है।
10. परियोजना PARI कलात्मक अनुभवों में समावेशिता कैसे सुनिश्चित करती है?
- केवल उच्च-स्तरीय कला प्रदर्शनियों पर ध्यान केंद्रित करके
- विशेष निजी प्रदर्शनियों का आयोजन करके
- सड़कों और पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर कला को सुलभ बनाकर
- केवल पेशेवर कलाकारों तक भागीदारी को सीमित करके
उत्तर: c) सड़कों और पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर कला को सुलभ बनाकर
स्पष्टीकरण: परियोजना PARI सड़कों और पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर कला को सुलभ बनाकर समावेशिता सुनिश्चित करती है, इस प्रकार कला का अनुभव करने के लिए व्यापक दर्शकों को आमंत्रित करती है।
(Source: AIR News, PIB News, DD News, BBC News, Bhaskar News ,Wikipedia)
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