The New Sites

Desert Cyclone joint Military Exercise: भारत-यूएई के बीच ‘डेजर्ट साइक्लोन’ संयुक्त सैन्य अभ्यास की धमाकेदार शुरुआत

Desert Cyclone joint Military Exercise: आज सुबह, भारत और यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) ने एक नए संयुक्त सैन्य अभ्यास का आयोजन किया है, जिसका नाम है ‘डेजर्ट साइक्लोन’. यह अभ्यास भारत और यूएई के बीच सहयोग और अंतरसंचालनीयता को मजबूत करने का उद्देश्य रखता है और 2 से 15 जनवरी 2024 तक महाजन, राजस्थान में आयोजित होने वाला है।

सैनिक संघ

इस महत्वपूर्ण अभ्यास में UAE की 45 सदस्यीय टुकड़ी के सैनिक और भारतीय सेना के मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट की एक बटालियन शामिल हैं। UAE दल का प्रतिनिधित्व जायद फर्स्ट ब्रिगेड के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: Electoral Bonds: चुनावी बांड SBI की 29 शाखाओं में आज से शुरू होगी 30वीं किस्त की बिक्री, 11 जनवरी तक उपलब्ध

Desert Cyclone joint Military Exercise का मुख्य उद्देश्य

इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य, यूनाइटेड नेशन्स चार्टर के तहत रेगिस्तानी और अर्ध रेगिस्तानी इलाकों में निर्मित क्षेत्र में लड़ाई सहित उप-पारंपरिक संचालन में अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना है। इससे साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए दोनों पक्षों के बीच सहयोग और अंतरसंचालनीयता में वृद्धि होगी।

क्षेत्रों में गतिविधियां

अभ्यास डेजर्ट साइक्लोन’ के दौरान, एक संयुक्त निगरानी केंद्र की स्थापना, घेरा और खोज अभियान, निर्मित क्षेत्र का प्रभुत्व, और हेलिबोर्न संचालन शामिल हैं। यह अभ्यास दोनों पक्षों के बीच सर्वोत्तम तरीकों को साझा करने में मदद करेगा और सहयोगात्मक सहयोग को बढ़ावा देगा।

ये भी पढ़ें: Hit-and-run cases: केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने अखिल भारतीय मोटर वाहन संघ के साथ बैठक की

दोस्ती और विश्वास का प्रतीक

अभ्यास डेजर्ट साइक्लोन’ भारत और UAE के बीच दोस्ती और विश्वास को और मजबूत करने का प्रतीक है। इसका उद्देश्य साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करना और दो मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है।

इस महत्वपूर्ण संयुक्त सैन्य अभ्यास के माध्यम से भारत और UAE ने अपने संबंधों को नए उच्चाईयों तक पहुंचाने का संकल्प किया है। इस अभ्यास से उन्हें आपसी समझदारी, साझेदारी, और विश्वास का अद्भूत अवसर होगा जो समृद्धि और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग में सुधार करेगा।

अभ्यास के परिणाम

इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान भारत और UAE के सैनिक आपस में अनुभव विनिमय करेंगे, जिससे उनकी युक्तियों और तकनीकी नौसेना में सुधार होगी। इसके अलावा, एक संयुक्त निगरानी केंद्र की स्थापना से सुरक्षा मामलों में सहयोग को और बढ़ावा मिलेगा, जो कि दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

ये भी पढ़ें: PM Modi Visit Tamil Nadu: PM मोदी ने तमिलनाडु में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

यह अभ्यास भारत और UAE के बीच दोस्ती और सहयोग को बढ़ावा देने में सफल होने की उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहा है, जो एक सुरक्षित और स्थिर क्षेत्रीय और वैश्विक माहौल की सुरक्षा में मदद करेगा।

यह अभ्यास निर्मित क्षेत्रों में सुरक्षा की वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे रेगिस्तानी और अर्ध रेगिस्तानी इलाकों में स्थायी शांति बनाए रखने की क्षमता में सुधार होगा। भारत और UAE के बीच साझा सुरक्षा और सहयोग के लिए इस तरह के संयुक्त प्रयासों का स्वागत है।

इस समाचार की जानकारी के स्रोत: PIB NEWS

सामान्य प्रश्न (FAQs) ‘डेजर्ट साइक्लोन’ संयुक्त सैन्य अभ्यास के बारे में

प्रश्न 1: ‘डेजर्ट साइक्लोन’ संयुक्त सैन्य अभ्यास कब और कहाँ आयोजित हो रहा है?

उत्तर: ‘डेजर्ट साइक्लोन’ संयुक्त सैन्य अभ्यास 2 से 15 जनवरी 2024 तक महाजन, राजस्थान में आयोजित हो रहा है।

प्रश्न 2: इस अभ्यास में कौन-कौन से सैनिक शामिल हैं?

उत्तर: इस अभ्यास में 45 कर्मियों वाली यूनाइटेड अरब अमीरात लैंड फोर्सेज की टुकड़ी और मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट की एक बटालियन भारतीय सेना से शामिल हैं।

प्रश्न 3: ‘डेजर्ट साइक्लोन’ के अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य रेगिस्तानी और अर्ध रेगिस्तानी इलाकों में निर्मित क्षेत्र में लड़ाई सहित उप-पारंपरिक संचालन में अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना है और साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करना है।

प्रश्न 4: ‘डेजर्ट साइक्लोन’ के दौरान कौन-कौन सी गतिविधियाँ होंगीं?

उत्तर: इस अभ्यास के दौरान एक संयुक्त निगरानी केंद्र की स्थापना, घेरा और खोज अभियान, निर्मित क्षेत्र का प्रभुत्व, और हेलिबोर्न संचालन होगा।

प्रश्न 5: इस अभ्यास से कौन-कौन सी उपयोगी बातें हो सकती हैं?

उत्तर: ‘डेजर्ट साइक्लोन’ भारत और यूएई के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने का प्रतीक है, और साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करना और दो मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का उद्देश्य है।

स्पेशिलिस्ट ऑफिसर के 31 पदों पर नाबार्ड ने निकाली भर्ती उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय ने 535 पदों पर भर्ती निकाली टीजीटी और पीजीटी के 1613 पदों पर भर्ती Indian Navy में 254 ऑफिसर पदों पर भर्ती निकली भर्ती NTPC में 130 पदों पर
स्पेशिलिस्ट ऑफिसर के 31 पदों पर नाबार्ड ने निकाली भर्ती उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय ने 535 पदों पर भर्ती निकाली टीजीटी और पीजीटी के 1613 पदों पर भर्ती Indian Navy में 254 ऑफिसर पदों पर भर्ती निकली भर्ती NTPC में 130 पदों पर