भारत N2O उत्सर्जन में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत:
प्रमुख बिंदु:
- अध्ययन प्रकाशित: ‘अर्थ सिस्टम साइंस डेटा’ जर्नल, 12 जून, 2024
- भारत का स्थान: नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) उत्सर्जन में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत
महत्वपूर्ण तथ्य:
- शीर्ष पांच उत्सर्जक देश (2020):
- चीन (16.7%)
- भारत (10.9%)
- संयुक्त राज्य अमेरिका (5.7%)
- ब्राज़ील (5.3%)
- रूस (4.6%)
- वृद्धि का आंकड़ा (पिछले चार दशकों में): 40% (प्रति वर्ष तीन मिलियन मीट्रिक टन N2O)
- वायुमंडलीय N2O की सांद्रता (वर्ष 2022): 336 भाग प्रति बिलियन, पूर्व औद्योगिक युग के स्तर से लगभग 25% अधिक
- N2O का प्रभाव: यह एक ग्रीनहाउस गैस है और कार्बन डाइऑक्साइड से अधिक गर्म करता है।
- प्रमुख उत्सर्जन कारण: नाइट्रोजन उर्वरकों का उपयोग, पशु खाद, और अकुशल उपयोग
- अन्य प्रदूषण: भूजल, पेयजल, और जलमार्गीय प्रदूषण
MCQs:
1. 2024 में प्रकाशित ‘ग्लोबल असेसमेंट ऑफ़ N2O एमिशन’ के अनुसार, वैश्विक स्तर पर N2O उत्सर्जन के मामले में भारत की रैंकिंग क्या है?
- प्रथम
- द्वितीय
- तृतीय
- चतुर्थ
उत्तर: B. द्वितीय
स्पष्टीकरण: मूल्यांकन के अनुसार, भारत वैश्विक स्तर पर नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) उत्सर्जन का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
2. निम्नलिखित में से किस देश में वर्ष 2020 में सबसे अधिक मानवजनित N2O उत्सर्जन हुआ?
- चीन
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- ब्राज़ील
- रूस
उत्तर: A. चीन
स्पष्टीकरण: चीन में 2020 में सबसे अधिक मानवजनित N2O उत्सर्जन हुआ, जो वैश्विक उत्सर्जन का 16.7% था।
3. पिछले दशक में कुल मानव-प्रेरित N2O उत्सर्जन का कितना प्रतिशत नाइट्रोजन उर्वरकों और पशु खाद का उपयोग करने वाली कृषि प्रथाओं से आया था?
- 48%
- 62%
- 74%
- 89%
उत्तर: C. 74%
स्पष्टीकरण: नाइट्रोजन उर्वरकों और पशु खाद के उपयोग सहित कृषि प्रथाओं ने पिछले दशक में कुल मानव-प्रेरित N2O उत्सर्जन में 74% का योगदान दिया।
4. किस वर्ष के बीच N2O उत्सर्जन में वृद्धि की दर 1980 के बाद से किसी भी पिछली अवधि से अधिक थी?
- 1980-2000
- 2000-2010
- 2010-2020
- 2020-2022
उत्तर: D. 2020-2022
स्पष्टीकरण: 2020 और 2022 के बीच N2O उत्सर्जन में वृद्धि की दर 1980 के बाद से किसी भी पिछली अवधि से अधिक थी।
5. अध्ययन के अनुसार, वर्ष 2022 में N2O की वायुमंडलीय सांद्रता कितनी होगी?
- 250 भाग प्रति बिलियन
- 336 भाग प्रति बिलियन
- 400 भाग प्रति बिलियन
- 500 भाग प्रति बिलियन
उत्तर: B. 336 भाग प्रति बिलियन
स्पष्टीकरण: N2O की वायुमंडलीय सांद्रता 2022 में 336 भाग प्रति बिलियन तक पहुँच गई, जो पूर्व-औद्योगिक स्तरों से लगभग 25% अधिक है।
6. कौन सी गैस एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस मानी जाती है जो कार्बन डाइऑक्साइड से अधिक पर्यावरण को गर्म करती है?
- नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2)
- मीथेन (CH4)
- कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
उत्तर: D. नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
स्पष्टीकरण: नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की तुलना में अधिक वार्मिंग क्षमता होती है।
7. सिंथेटिक नाइट्रोजन उर्वरकों और पशु खाद के अनुचित उपयोग के अलावा N2O उत्सर्जन में क्या योगदान देता है?
- औद्योगिक उत्सर्जन
- वनों की कटाई
- जल प्रदूषण
- महासागर अम्लीकरण
उत्तर: C. जल प्रदूषण
स्पष्टीकरण: सिंथेटिक नाइट्रोजन उर्वरकों और पशु खाद के अनुचित उपयोग के अलावा, N2O उत्सर्जन भूजल, पीने के पानी और तटीय और समुद्री जल के प्रदूषण से भी होता है।
8. 2022 में N2O की तुलना में वायुमंडल में किस गैस की सांद्रता अधिक थी?
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- मीथेन (CH4)
- नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2)
- सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
उत्तर: A. कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
स्पष्टीकरण: 2022 में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की सांद्रता 417 भाग प्रति मिलियन थी, जो N2O की सांद्रता से अधिक थी।
9. पिछले दशकों में N2O उत्सर्जन में उल्लेखनीय वृद्धि के लिए जिम्मेदार प्राथमिक मानवीय गतिविधि क्या है?
- औद्योगिक उत्सर्जन
- वनों की कटाई
- कृषि पद्धतियाँ
- शहरीकरण
उत्तर: C. कृषि पद्धतियाँ
स्पष्टीकरण: कृषि में नाइट्रोजन उर्वरकों और पशु खाद का उपयोग पिछले दशकों में मानव-प्रेरित N2O उत्सर्जन में वृद्धि का प्राथमिक योगदानकर्ता रहा है।
10. पिछले चार दशकों में मानव-प्रेरित N2O उत्सर्जन में मीट्रिक टन में सालाना कितनी वृद्धि हुई है?
- 1 मिलियन मीट्रिक टन
- 3 मिलियन मीट्रिक टन
- 5 मिलियन मीट्रिक टन
- 7 मिलियन मीट्रिक टन
उत्तर: B. 3 मिलियन मीट्रिक टन
स्पष्टीकरण: पिछले चार दशकों में मानव-प्रेरित N2O उत्सर्जन में सालाना लगभग 3 मिलियन मीट्रिक टन की वृद्धि हुई है।
(Source: AIR News, PIB News, DD News, BBC News, Bhaskar News ,Wikipedia)
ये भी पढ़ें:Myth vs Reality Register: निर्वाचन आयोग ने ‘मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर’ की शुरुआत की
I have completed both a Diploma (College: N G P Patna-13) and a Bachelor of Technology (University: IPU Delhi) in CSE. I qualified for the Railway JE Exam and joined in 2017. Presently, I am a software engineer. I have been working in the engineering field for 7 years. Along with my job, I am also an educator, content writer, current affairs expert, and blogger. I have been working in these fields for 3 years. I dedicated myself to making learning simple and enjoyable. As a writer, I have spent 3 years crafting insightful content. With 3 years of expertise in current affairs, I provide up-to-date knowledge as well as analysis of current events from exam points of view. Additionally, I am offering personalized educational support and guidance.