PM Modi Visit Andhra Pradesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पलासमुद्रम में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स की राष्ट्रीय अकादमी (NACIN) के मुख्य परिसर का उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण घटना के मौक पर प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के साथ संवाद किया और यहां नए परिसर के महत्वपूर्णता पर चर्चा की।
नारकोटिक्स अकादमी का उद्घाटन और प्रधानमंत्री की संबोधन
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन समारोह में शिरकत करते हुए कहा, “यह नया परिसर हमारी सीमा सुरक्षा और नारकोटिक्स नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नारकोटिक्स और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए यह अकादमी हमारे देश के नागरिकों को सुरक्षित और सुरक्षित बनाए रखने का संकल्प करती है।”
समारोह में उपस्थित लोगों से संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा, “इस अकादमी के माध्यम से हम सशक्तिकरण का मार्ग प्रशिक्षित कर रहे हैं ताकि हमारे कर्मचारी और अधिकारी सीमा सुरक्षा में एक्सपर्ट बन सकें। नारकोटिक्स के खिलाफ लड़ाई में भी हमें एक मजबूत रूप से संघर्ष करने के लिए तैयार किया जा रहा है।”
आकादमी: एक सुशासन और प्रशिक्षण का केंद्र
प्रधानमंत्री ने स्थानीय जनता के सामने सुशासन और प्रशिक्षण के क्षेत्र में इस अकादमी को एक महत्वपूर्ण स्थान बताया। उन्होंने कहा, “इस अकादमी आने वाले दिनों में एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान बनेगी और यहां के कर्मचारी विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करेंगे। इससे हमारे देश को सुशासन में सुधार होगा और हम सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होंगे।”
प्रधानमंत्री ने इसे भी बताया कि पिछले 9 वर्षों में कई कर सुधारों के कारण, कारोबार करने में आसानी में हुई है और देश में कर संग्रह बढ़ाने में मदद मिली है। उन्होंने बताया कि करों के माध्यम से एकत्र किए गए रुपये नागरिकों के कल्याण और कमजोर वर्गों के जीवन की बेहतरी के लिए खर्च किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इससे जुड़े तात्कालिक सांख्यिकीय डेटा को साझा करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप पिछले 9 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं।
“हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं और हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक हम एक विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ें,” इस पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रधानमंत्री ने नागरिकों से यह अनुरोध किया कि वे भी इस में अपना योगदान दें।
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राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी: एक दृष्टिकोण
इस उद्घाटन के मौक पर प्रधानमंत्री ने नारकोटिक्स अकादमी (NACIN) के नए परिसर की प्रदर्शनी की और भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के 74वें और 75वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ-साथ भूटान की रॉयल सिविल सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ भी बातचीत की।
राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी का नया परिसर पांच सौ एकड़ में फैला है और इसे एक सुशासन में सुधार और शिक्षा का केंद्र माना जा रहा है। इस अकादमी में राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय संबद्ध सेवाओं, राज्य सरकारों और भागीदार देशों को भी शामिल किया जाएगा।
सरकारों का साथ: वित्त मंत्री और राज्य सरकार के प्रति आभार
इस महत्वपूर्ण क्षण पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलासमुद्रम में अकादमी की स्थापना के लिए भूमि आवंटित करने पर आंध्र प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि सरकारें मिलकर काम करने में सफलता प्राप्त करने के लिए इस अकादमी की स्थापना को एक सुरक्षित और सुरक्षित दिशा में बढ़ावा देगी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, राज्यपाल एस. अब्दुल नज़ीर, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड, पंकज चौधरी, और केंद्र तथा राज्य सरकार के अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपना समर्थन जताया।
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सारांश
इस अद्भुत घटना के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारकोटिक्स और सीमा सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की प्रगति में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए देशवासियों से साझा किया है कि सरकार ने उच्चतम सुरक्षा और सुशासन के साथ-साथ शिक्षा में भी महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। नये परिसर के माध्यम से अब नारकोटिक्स नियंत्रण और सीमा सुरक्षा के क्षेत्र में नए उन्नत तकनीकी और प्रशिक्षण विधियों का अध्ययन किया जाएगा, जिससे देश की सुरक्षा में और भी मजबूती आएगी।
इसके साथ ही, सरकार ने नागरिकों से 2047 तक विकसित राष्ट्र के सपने को साकार करने के लिए भी उनका सहयोग मांगा है, जिससे देश में सशक्त और समृद्धि से भरा भविष्य हो सके। इस प्रकार, नई राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी एक नई यात्रा की शुरुआत करती है, जो देश को नए ऊँचाइयों तक पहुंचाने में सहायक हो सकती है।
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FAQs:
सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी का नया परिसर कहां स्थित है?
उत्तर: नया परिसर आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पलासमुद्रम में स्थित है।
नारकोटिक्स अकादमी का उद्घाटन क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: नारकोटिक्स अकादमी का उद्घाटन सीमा सुरक्षा और नारकोटिक्स नियंत्रण के क्षेत्र में देश की प्रगति में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को नए ऊँचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी को कैसे स्थानीय जनता के लिए महत्वपूर्ण बताया?
उत्तर: प्रधानमंत्री ने इसे स्थानीय जनता के लिए सुशासन और प्रशिक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान बताया है, जिससे लोग विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार ने पिछले 9 वर्षों में कैसे कर सुधारों की शुरूआत की है?
उत्तर: सरकार ने पिछले 9 वर्षों में कई कर सुधारों के कारण कारोबार करने में आसानी में सुधार किया है और देश में कर संग्रह बढ़ाने में मदद की है।
नई राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी कैसे साझा किया जा सकता है?
उत्तर: इस अकादमी में राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय संबद्ध सेवाओं, राज्य सरकारों और भागीदार देशों को भी शामिल किया जाएगा।
सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी का नया परिसर के उद्घाटन समारोह में कौन-कौन शामिल थे?
उत्तर: नए परिसर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, राज्यपाल एस. अब्दुल नज़ीर, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड, पंकज चौधरी, और केंद्र तथा राज्य सरकार के अधिकारियों ने भी शामिल होकर समर्थन जताया।
सरकार ने नागरिकों से क्या आग्रह किया है?
उत्तर: सरकार ने नागरिकों से 2047 तक विकसित राष्ट्र के सपने को साकार करने के लिए अपना सहयोग देने का आग्रह किया है, जिससे देश में सशक्त और समृद्धि से भरा भविष्य हो सके।
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