All India Conference of DGP-IGP: आज राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों का तीन दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह ने किया, जो सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे हैं। सम्मेलन में साइबर अपराध, आतंकवाद विरोधी चुनौतियां, वामपंथी उग्रवाद, जेल सुधार, आंतरिक सुरक्षा, और पुलिस के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा रही है।
महत्वपूर्ण चर्चाएं और विचार-विमर्श
सम्मेलन का एक मुख्य उद्देश्य नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना पर विचार-विमर्श करना है। इसके अलावा, पुलिसिंग और सुरक्षा के भविष्य के विषयों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीपफेक, और अन्य नई प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है।
चर्चा के प्रमुख अवसर
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पुलिस तथा अन्य एजेंसियों के अस्सी से अधिक वरिष्ठ अधिकारी सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। लगभग दो सौ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन के दौरान कुल आठ सत्र आयोजित किए जाएंगे, जो विभिन्न मुद्दों पर होंगे।
प्रधानमंत्री की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में भाग लेने के लिए जयपुर पहुंचा है। हवाई अड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.पी. जोशी ने उनका स्वागत किया। श्री मोदी ने आज शाम विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए पार्टी नेताओं के साथ जयपुर में राज्य के भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में हिस्सा लिया है।
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चर्चा और आलोचना
सम्मेलन में हो रहे विचार-विमर्श के दौरान, सुरक्षा के क्षेत्र में नए तकनीकी उत्पादों और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की जा रही है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीपफेक, और अन्य नई प्रौद्योगिकियों का विस्तार से उपयोग करने का मुद्दा शामिल है। सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करने और आपराधिक क्रियावली को रोकने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
समर्पण और उत्साह
सम्मेलन के दौरान पुलिस अफसरों ने राज्य के सुरक्षा मामलों पर अपने अनुभवों को साझा किया और अद्भुत सुरक्षा प्रणालियों की आवश्यकता पर विचार-विमर्श किया। इससे नए रूपों में अपनी क्षमताओं को सुधारने का मौका मिला है ताकि आने वाले समय में आपराधिकता के खिलाफ बेहतर सामरिक तैयारी हो सके।
इस सम्मेलन के माध्यम से, भारतीय पुलिस सिस्टम ने सुरक्षा में नवाचार और तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में आगे बढ़ने का एक साथी प्रणामी दिखाया है। सुरक्षा के क्षेत्र में आजीवन शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से पुलिस अफसरों को अपनी क्षमताओं को अद्वितीय बनाए रखने का प्रतिबद्ध रहा है।
इस अद्वितीय सम्मेलन के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे साथ बने रहें।
सामान्य प्रश्न (FAQs) पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों का तीन दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन के बारे में
सम्मेलन का आयोजन कहाँ हो रहा है?
जवाब: सम्मेलन राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, जयपुर में हो रहा है।
कौन-कौन सम्मेलन में शामिल हैं?
जवाब: सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पुलिस और अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल हैं।
सम्मेलन में किस प्रकार की चर्चाएं हो रही हैं?
जवाब: सम्मेलन में साइबर अपराध, आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, जेल सुधार, आंतरिक सुरक्षा, और विभिन्न पुलिस के मुद्दों पर चर्चा हो रही है।
क्या सम्मेलन में नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन का विचार हो रहा है?
जवाब: हाँ, सम्मेलन में एक मुख्य उद्देश्य नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन की कार्य योजना पर विचार-विमर्श हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन में शामिल क्यों हैं?
जवाब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा के लिए भाग लिया है और पार्टी नेताओं के साथ अलग सत्र में भी हिस्सा लिया है।
कौन-कौन से तकनीकी चुनौतियों पर विचार-विमर्श हो रहा है?
जवाब: सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीपफेक, और अन्य नई प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श हो रहा है।
सम्मेलन के दौरान कुल कितने सत्र होंगे?
जवाब: सम्मेलन के दौरान कुल आठ सत्र होंगे, जिनमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।